My Special Day!!!๐
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आज़ फ़िर उम्र की इस दहलीज़ पर एक और साल हाथ छुड़ाकर भाग खड़ा हुआ और अनुभव के एक और रूप से साक्षात्कार हुआ ।😊
उम्र का बढ़ना भी कितनी अज़ीब बात है ना!🤔
मुस्काने,आँसू, अठखेलियां,निर्णय,
क्रोध,संताप,गर्व,पश्चाताप ।😀😂😑🙄😥
कितना कुछ की बयान करना मुश्किल है ।🤐
बस, इसीलिये "अज़ीब" ही उत्तम संबोधन लगता है ।😝😜
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आज़ पूरे दिन सिर्फ़ यही सोचा कि आख़िर क्यों ये दिन आम होकर भी मेरे और मेरे अपनों के लिए इतना ख़ास है ? 😒🤔
आख़िर क्यों माँ सुबह से ही मंदिर चलने की ज़िद पकड़ लेती हैं?🕍
छुटकी का सारा प्यार अलग-अलग रंग-ढंग से पूरे दिन बयां होता रहता है। 👭❤
मौसी-बुआ, नानी के ढेरों आशीष और घर की सारी चिल्लर पार्टी का मेरी नाक में प्यार भरा दम कर जाना।👩👩👧👧👨👨👧👩👩👧👦🙋🙇👥
दोस्तों का हर पल ये याद दिलाना के ग़र वो न होते तो जिंदगी कितनी नीरस होती।👫👭🙋
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ये दिली ख़ुशी कहीं और क्यों नहीं मिलती !!!❤
ख़ुशी जो माँ की डांट में है, बहन की शैतानियों में है । नाना-बाबा की सीखों में थी, दादी-नानी के खाना खिलाने में है। मौसी-बुआ से घँटों बतियाने में है और "वानर सेना" को हड़काने में है। गीत गुनगुनाती सरगम और यारों के साथ खुलकर मुस्काने में है।
😊😍😎🤓
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ये दिन भी आम दिनों जैसा ही है, फ़र्क़ महज़ इतना है कि मैं ठहरी तन्हाई पसंद आत्मा जो हर मर्तबा थोड़ी सी शांति की चाह रखती है पर हे ईश्वर! यक़ीन जानिये इतने बरसों में आज के दिन ही मुझे शायद सबसे ज़्यादा चहल-पहल नसीब हुई है।😋😋
(रब की नेमत है जी)🤗🤗
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अब क्या कहूँ! आज भी दिन आया, हमने शुरुआत बिलकुल हमारे दिल के कहने जैसी की।❤
देर तक सोये,😴 फिर अचानक फ़ोन की घण्टी टनटनायी और "जन्मदिन की बधाइयाँ शुरू"!🎂💐
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दोस्त टांग खींचे तो हंसने में भी बात होती है और बड़ों की दुआओं में पूरी कायनात। सभी ने इत्ती सारी बातें कहीं, दुआयें दीं की ख़ुशी बयान करना मुश्किल था जी और हम आदतन बस "थैंक्यू,शुक्रिया,धन्यवाद" से ज़्यादा कुछ न कह पाये।क्योंकि जो भी कहते, जितना भी कहते उनके प्यार के सामने सब छोटा ही था।
(और हम भी जानते हैं वो हमारी भावनाएं समझ गये)😋😋😋
वैसे एक राज़ की बात बतायें कितना भी अकेला मानुष बनना चाहे हर बधाई चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान और दिल में ढेर सारी ख़ुशी लाती है।😁😀
ख़ैर! दिन बीता और शाम होते ही हमारी वानर सेना धमक पड़ी हमारे आशियाने में।फ़िर तो बस जी ज़श्न शुरू।💃💃
हालांकि सब कुछ होते हुए भी हमारी सबसे अज़ीज़ , हमारी छुटकी दूर थी हमसे पर धन्य हो मोबाइल तकनीक का जिन्होंने वीडियो कॉल के ज़रिये दूरियाँ मिटाने की बेहतरीन ईज़ाद की है।❤📱📲❤
🎈🎉🎆🎊 तो हम सभी ने एक बार फ़िर साथ जुटकर जी ख़ोल के मस्तियाँ की, हमे तोहफ़े में सारे चुन्नू-मुन्नू की हाथ से बने ग्रीटिंग कार्ड मिले(क्या बताएं ये नन्ही सोच भी कमाल होती है)🎁🎁,
उनकी मस्तियाँ जो रंग चढ़ाती हैं हमपर उफ़्फ़ लगता है उम्र थम सी गई है।😋🤗
और हमारी सुकून-ए-तन्हाई का ख़्वाब फिर फुस्स हुआ।😂😂😂
देखिये न! कल तो इतनी भी फ़ुर्सत नहीं मिली की आपसे दो बातें कर पाएं, इसलिए आज सुबह होते ही हाल-ए-दिल बयान किया सबसे पहले।😊✍✍👐
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पर सच कहें तो अपने ही ज़िंदगी को मायने देते हैं।
और ये शोर भी तन्हाई से ज़्यादा सुकून!!!😇😇
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तो अब और क्या कहें,,
देखते हैं अगले साल क्या होता है।।।😊☺😊
तब तक "शुक्रिया" उन सभी का जिनकी वज़ह से हमारी ज़िंदगी के मायने हैं।।।😍😍😘😘😘
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© Śमृति #Mukht_iiha
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